मत समझ के कुछ नही है पास मेरे तुझे देने को...
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पेशे से शायर हूँ नाम तेरे कुछ तो लिख ही जाऊगा
पार्क के सूचनापट पर एक सुविचार लिखा था...
"पेड़ पर अपनी माशूका का नाम लिखने से बेहतर है उसके नाम पर एक पेड़ लगायें"
...
बात दिल को लग गई...
...गर्लफ्रेंड्स की गिनती की... और आखिर मे ४ एकड़ ज़मीन लेकर गन्ना बो डाला।
Fikar to teri aaj bhi karte hai,
Bas zikar karne ka haq nahi raha....
लड़की वाले:बेटा क्या करते हो
लड़का: i am सीनियर सिक्योरिटी एंड पीस कीपिंग ऑफिसर।
लड़कीवाले:बेटा वाह।वो बेटा हमलोग जरा कम पढ़े लिखे हैं जरा हिंदी में बताओ तो ..
लड़का: अरे अंकल फोकट में इम्प्रेस मत होवो
इधर बिल्डिंग का चोकीदार हूँ।
होने वाले ससुरजी गिर पड़े।
लड़का:मालूम नई था साला अपना पर्सनालिटी इतना धांसू है ससुरा फ्लैट होइ गवा।
एक logic मै आज तक समझ नही पाया !!!!धिरे बोलो...
दिवारों के भी कान होते है ?
मान लो की कान होते है। पर ज़ुबान तो नहीं होती न . तो सुन भी लिया तो किसी को बताएगा कैसे ??
नोटबंदी का एक फायदा ये भी है की जो लोग पहले से बेरोजगार थे वो भी अपने बेरोजगारी का दोष नोटबंदी पे मढ़ सकते हैं ।
Once Dronacharya visited eklavya's place.
Eklavya - Guruji kya loge? Garam, Thanda ?
Dronacharya- Thumbs Up.
*WhatsApp* का भी ड्राइविंग_लाइसेंस होना चाहिए।...
कुछ लोग अँधा_धुंध चला रहे