नींद हराम हो जाती है अधूरे इश्क़ के बाद,
किसी को भूल कर सो जाना इतना आसान नहीं होता ...
सबकुछ एक साजिश के तहत हुआ था,
उसकी मौत फिसलने से नहीं, किसी खास के धक्के से हुई थी।
जब मेरी नब्ज देखी हकीम ने तो ये कहा,
कोई जिन्दा है इस में, मगर ये मर चुका है
जाते हुए उसने सिर्फ इतना कहा था मुझसे,
अपनी ज़िंदगी जी लेना, वैसे प्यार अच्छा करते हो.
तुमने कहा था आँख भर के देख लिया करो मुझे,
अब आँख भर आती है मगर तुम नजर नहीँ आते
ye bhi achha hua shayad ki usey pa na sake hum
A dost...
hamara ho k bichadtaa to QAYAMAT hoti !
Mai Kisi Kam Ka Nahi Yarron,
Warna Vo Kisi Kaam Se He Aa Jati...!!
Fikar to teri aaj bhi karte hai,
Bas zikar karne ka haq nahi raha....
Dhundoge Kahan Mujhko Lo Mera Pta Lelo,
Ek Qabar Nayi Hogi Ek Jalta Hua Diya Hoga....