कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा ख़ुद टूट कर वो इक़ दिन मुझसे प्यार करेगा इश्क़ की आग में उसको इतना जला देंगे कि इज़हार वो मुझसे सर-ए-बाज़ार करेगा
Fikar to teri aaj bhi karte hai,
Bas zikar karne ka haq nahi raha....
Tapakti Hai Nigaahon Se, Barasti Hai Adaa'on Se..
Mohabbat Kon Kehta Hai Pehchani Nahi Jati..
वो जो सर झुकाए बैठे हैं, हमारा दिल चुराए बैठे हैं...
हमने कहा हमारा दिल लौटा दो,
वो बोली- हम तो हाथो में मेहँदी लगाये बैठे हैं
दिल एक ही है तो ,हजार बार क्यू लगाया जाये.....
बस एक ही इश्क काफ़ी है अगर शिद्दत से निभाया जाये....
काश!!
एक खवाहिश पूरी हो इबादत के बगैर!!!
वो आ कर गले लगा ले....मेरी इजाजत के बगैर!!!!!
Har cheez ek had me achchi lagti hai...!!
Magar ek tum ho ke be-had achche lagte ho...!!
"हमेँ कँहा मालूम था
क़ि
इश्क़ होता क्या है..!
बस,
एक 'तुम' मिले
और
ज़िन्दगी...
मुहब्बत बन गई!.!"
छोड दी हमने हमेशा के लिए उसकी आरजू करना ,
जिसे मोहब्बत की कदर ना हो ..... उसे दुआओं मे क्या मांगना ..!